पनीर एक दुग्ध उत्पाद है। यह चीज़ का एक प्रकार है जो भारतीय उपमहाद्वीप में खूब उपयोग किया जाता है। इसी तरह छेना भी एक प्रकार का भारतीय चीज़ है जो पनीर से मिलता-जुलता है और रसगुल्ला बनाने में प्रयुक्त होता है। भारत में पनीर का प्रयोग सीमित मात्रा में ही होता है। कश्मीर आदि जैसे ठंढे प्रदेशों में अपेक्षाकृत अधिक पनीर खाया जाता है। – पनीर कैसे बनाते हैं!
स्वास्थ्यवधर्क खाद्यपदार्थ के रूप में पनीर बड़ा महत्वपूर्ण है एवं ठंडे देशों में बहुप्रचलित खाद्य है। ऐसे रोगियों, बच्चों एवं बूढ़ों के लिये जिन्हें मांसयुक्त भोजन पचाने में कठिनाई होती है, उनके लिए पनीर श्रेष्ठ खाद्य पदार्थ है, क्योंकि इसमें प्रोटीन, मांस के समान यथेष्ट मात्रा में होता है तथा अधिक पाचक दशा में रहता है। साथ ही साथ कैलोरियों की मात्रा लगभग मांस के बराबर ही होती है। ठंडे प्रदेशों में, जहाँ पनीर को बिना किसी कठिनाई के काफी लंबे समय तक अच्छी हालत में रखा जा सकता है। अफगानिस्तान, मध्य एशिया, यूरोप, अमरीका, आस्ट्रेलिया आदि देशों में पनीर की खपत बड़ी मात्रा में होती है। प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों में पनीर का स्थान मांस से पहले आता है। गरम प्रदेशों में पनीर को लंबे समय तक सुरक्षित रूप से रखना आसान नहीं होता, इसीलिये गरम प्रदेशों में पनीर का प्रयोग सीमित मात्रा में ही होता है।
रेसिपी – पनीर!
पनीर बनाने की सामग्री –
4 लीटर फुल फैट दूध
2 कप फ्रेश क्रीम
1 कप दही
पनीर बनाने की विधि –
- दूध को एक गहरे नॉन-स्टिक पैन में निकाल लें और उबाल आने दें।
- दूध का तापमान लगातार हिलाते हुए 100 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
- ताजी क्रीम डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
- दही डालें और मिलाएँ। जब दूध फटने लगे तो पैन को आंच से उतार लें।
- एक बड़े कटोरे के ऊपर एक महीन छलनी रखें और छलनी के ऊपर मलमल का कपड़ा रखें।
- मलमल के कपड़े और छलनी के माध्यम से मिश्रण को छान लें, मलमल के कपड़े के किनारों को इकट्ठा करें और तुरंत बर्फ के ठंडे पानी में डुबो दें।
- एक कटोरे को एक छलनी के नीचे रखें और दही के मिश्रण को छलनी में डालें।
- इसके ऊपर एक मार्बल डिस्क रखें ताकि अतिरिक्त नमी निकल जाए।
- 3 से 4 घंटे के लिए फ्रिज में रखें। और फिर क्यूब्स में काटें और जरुरत के अनुसार उपयोग करें।
मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी यह पनीर की रेसिपी पसंद आई होगी।
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